Tuesday, December 4, 2018

शतानीक

शतानीक
 1. वृद्ध जिसकी अवस्था सौ या अधिक वर्षों की हो।
 2. द्रौपदी के गर्भ से उत्पन्न नकुल का एक पुत्र, जिसकी अश्चथामा ने सोते समय हत्या कर दी थी।
 3. व्यास के एक शिष्य।
 4. जनमेजय के पुत्र का नाम।
 शिवपुराण में भी राजा शतानीक का वर्णन आता है।
 अर्जुन के पौत्र और परीक्षित के पुत्र जनमेजय थे। जनमेजय के बाद वंशक्रम में शतानीक, अश्वमेधदंत्त, अधिसीम कृष्ण और निचक्षु हुए।
 द्वितीय शतानीक है जो परंतप के नाम से भी विख्यात था। पुराणों में उसके पिता का नाम वसुदान, किंतु भास के अनुसार सहस्रानीक, था। उसने विदेह की एक राजकुमारी से विवाह किया था। उसने अंग के नरेश दधिवाहन की राजधानी चंपा पर आक्रमण किया था। स्पष्ट है कि शतानीक परंतप के समय में वत्स राज्य के प्रभाव और महत्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई थी। शतानीक का राज्यकाल 550 ई. पू. के लगभग रखा जा सकता है। छठी शताब्दी ईसा पूर्व के सोलह महाजनपदों की तालिका में वत्स या वंस का भी नाम आता है।
 इस राजवंश की सर्वोच्च उन्नति शतानीक के पुत्र उदयन के समय में हुई थी। कहा जाता है, उसका जन्म उसी दिन हुआ था जिस दिन गौतम बुद्ध का हुआ था। 

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